सीएम मोहन यादव सरकार की सीएस वीरा राणा का सितंबर में रिटायरमेंट, अगला प्रशासनिक मुखिया होगा कौन..? कई नाम को लेकर चर्चाएं तेज

सबसे आगे एसीएस डॉ. राजेश राजोरा का नाम


इंट्रो,,,,, मप्र की मुख्य सचिव वीरा राणा 30 सितंबर को रिटायर हो रही हैं। इसके साथ ही कोई नए नामों की चर्चा शुरू हो गई है। इस रेस में कई नाम आगे चल रहे हैं,,,,,

समाचार संचार, भोपाल

मध्यप्रदेश को अगले महीने नया मुख्य सचिव मिलने वाला है। क्योंकि मुख्य सचिव वीरा राणा 30 सितंबर को रिटायर हो रही हैं। उन्हें छह महीने का एक्सटेंशन मिला था। इस पद की दौड़ में राज्य कैडर के छह वरिष्ठ IAS अधिकारी शामिल हैं। इनमें अनुराग जैन, मोहम्मद सुलेमान, आशीष उपाध्याय, विनोद कुमार, जयनारायण कंसोटिया और राजेश कुमार राजौरा शामिल हैं।

एमपी का अगला मुख्य सचिव कौन होगा?

केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं दो इनमें से दो अधिकारी, अनुराग जैन, जो सचिव, भारत सरकार, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नई दिल्ली में हैं, और राजेश कुमार राजौरा, जिन्हें 11 जून को मुख्यमंत्री का ACS नियुक्त किया गया था, इस पद के लिए सबसे आगे दिखाई दे रहे हैं। वहीं, बाकी बचे चार सबसे वरिष्ठ अधिकारियों में मोहम्मद सुलेमान को 2 अगस्त को कृषि उत्पादन आयुक्त के रूप में स्थानांतरित किया गया था। चार साल तक स्वास्थ्य विभाग का नेतृत्व करने के बाद उनका तबादला कर दिया था जबकि आशीष उपाध्याय 2018 से भारत सरकार में प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत हैं। अगले कुछ दिनों में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। विनोद कुमार आदिवासी अनुसंधान और विकास संस्थान (TRI), भोपाल के निदेशक हैं, और जय नारायण कंसोटिया महानिदेशक RCVP न

रोन्हा एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन एंड मैनेजमेंट, भोपाल हैं। दोनों का तबादला 28 जून को हुआ था।

राजेश कुमार राजौरा रेस में सबसे आगे

अगर मध्य प्रदेश में सेवा दे रहे अधिकारियों में से मुख्य सचिव का चयन किया जाता है, तो राजेश कुमार राजौरा की संभावनाएं अधिक हैं। उन्हें न केवल आम चुनावों के बाद मुख्यमंत्री का ACS नियुक्त किया गया था, बल्कि उनके पास सेवानिवृत्ति के लिए तीन साल का समय भी है। राजौरा 2027 में रिटायर होंगे जबकि अनुराग जैन, मोहम्मद सुलेमान, आशीष उपाध्याय, विनोद कुमार और जय नारायण कंसोटिया सहित अन्य सभी 2025 में रिटायर हो जाएंगे। यहीं पर राजौरा को सभी दावेदारों पर बढ़त हासिल है। शीर्ष पद पर उनका लंबा कार्यकाल स्थिरता प्रदान करेगा।

अनुराग जैन की भी है दावेदारी

हालांकि, राज्य सरकार के पास कोई विकल्प नहीं बचेगा यदि केंद्र सरकार अनुराग जैन की सेवाओं को राज्य में वापस भेज देती है और उन्हें मध्य प्रदेश में शीर्ष प्रशासनिक पद के लिए खड़ा कर देती है। फिलहाल मुख्य सचिव के बाद सिर्फ मोहम्मद सुलेमान ही राजौरा से सीनियर अफसर हैं और सचिवालय में तैनात हैं।