कमलनाथ और शशि थरूर ने पीयूष बबेले द्वारा लिखित ‘गांधी: सियासत और सांप्रदायिकता’ पुस्तक का विमोचन किया

विधायकों को लेकर मेरे बयान को शरारतपूर्ण ढंग से बीजेपी ने पेश किया गया: कमलनाथ 

कांग्रेस की सरकार में मैंने, शिवराज की तरह सर्वे कराने की बातों से किसानों को भ्रमित नहीं किया: कमलनाथ

समाचार संचार, भोपाल

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि विधायकों को लेकर मेरे बयान को शरारतपूर्ण ढंग से पेश किया गया। मैंने यही कहा की जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं का महत्व है। भाजपा के बहुत से विधायक मेरे संपर्क में हैं, लेकिन उन्हीं विधायकों का महत्व है, जिनकी जमीन पर पकड़ मजबूत है। श्री नाथ ने कहा कि इंदौर में जिला अध्यक्ष की नियुक्ति समय आने पर हो जाएगी, तब तक यहां का एक-एक कार्यकर्ता कमलनाथ है।
पत्रकारों द्वारा पूछे इस सवाल पर कि क्या कांग्रेस भी महिलाओं को लॉलीपॉप देगी पर पलटवार करते हुए कमलनाथ ने कहा कि इस तरह के शब्द का प्रयोग करना गलत है। कांग्रेस सरकार मध्यप्रदेश की बहनों को 1500 रूपये महीना देगी। कमलनाथ ने कहा कि जब हमारी सरकार थी तो हमने मंदसौर और नीमच में अतिवृष्टि का मुआवजा 7 दिन के भीतर दे दिया था। शिवराज की तरह सर्वे कराने की बातें कहकर किसानों को भ्रमित नहीं किया था। मध्य प्रदेश सरकार के ऊपर लगातार कर्ज बढ़ता चला जा रहा है। यह कर्ज प्रदेश की भलाई के लिए नहीं दिया जा रहा है, बल्कि कमीशनखोरी के लिए दिया जा रहा है। अगर यह कर्ज मध्य प्रदेश की जनता के लिए होता तो शिवराज सिंह चौहान बताएं कितने संविदा कर्मियों की नियुक्ति की, कितने नौजवानों को रोजगार दिया। 

दिग्विजय वरिष्ठ नेता है उनकी डिमांड है एमपी में

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के संगठन में सक्रिय होने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि दिग्विजय सिंह पार्टी के वरिष्ठ नेता है, वह 10 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री और 10 साल तक प्रदेश के अध्यक्ष रहे हैं, कार्यकर्ताओं में उनकी मांग है। उनकी सक्रियता पार्टी के लिए बहुत अच्छी है। 
कमलनाथ ने सिख समाज और बेरवा समाज के प्रतिनिधि मंडल से भी मुलाकात की। कमलनाथ अधिवक्ताओं के कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इस कार्यक्रम में कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी उपस्थित थे।
पीसीसी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं प्रोफेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष  शशि थरूर ने इंदौर में पीयूष बबेले की पुस्तक ‘गांधी: सियासत और सांप्रदायिकता’ का विमोचन किया।